भारत का संविधान भाग 04
Constitution of india । संविधान सभा की समितियां । snvidhan sabha ki smritiyan
पिछली पोस्ट में हमने जाना कि संविधान निर्माण के लिए संविधान सभा का गठन किया गया। साथ ही यह भी जाना कि संविधान सभा का गठन कैसे किया गया अर्थात संविधान सभा का गठन करने के लिए क्या क्या करना पड़ा। हमने यह भी पढ़ा कि संविधान सभा को क्या क्या काम सौपे गए। संविधान सभा ने उन सभी कार्यो को करने में अपनी अहम भूमिका निभाई।
आज हम जानेगे की संविधान सभा के कार्यो को करने के लिए कुछ समितियों का गठन किया गया। उन समितियों में कौन कौन प्रमुख व्यक्ति थे। साथ ही हम यह भी जानेगे की संविधान को बनने में कितना समय लगा तथा संविधान को कैसे लागू किया गया।
संविधान सभा की समितियाँ:-
संविधान सभा ने संविधान को बनाने के लिए 8 बड़ी तथा कई छोटी समितियों का सृजन किया। हम इस पोस्ट में कुछ महत्वपूर्ण समितियों के बारे में जानेगे जो प्रतियोगी परीक्षाओ की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं।
महत्वपूर्ण बड़ी समितियां
1) संघीय शक्ति समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू थे।
2) संघीय संविधान समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष पंडित जवाहरलाल नेहरू थे।
3) प्रारूप समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष भीम राव अम्बेडकर थे।
4) प्रकिया नियम समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद थे।
5) संचालन समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष डॉ राजेन्द्र प्रसाद थे।
6) सलाहकार समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष सरदार पटेल थे।
7) प्रांतीय संविधान समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष सरदार पटेल थे।
कुछ महत्वपूर्ण छोटी समितियां
1) सदन समिति :-
इस समिति के अध्यक्ष बी पट्टाभिसितारमैय्या थे।
2) संविधान संचालन समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष डॉ के एम मुंशी थे।
3) संविधान सभा के कार्यो के लिए समिति:-
इस समिति के अध्यक्ष जी वी मावलंकर थे।
प्रारूप समिति:-
यह सभी समितियों में से सबसे महत्वपूर्ण समिति थीं। इस समिति का गठन 29 अगस्त 1947 को किया गया। इस समिति का काम संविधान का ढांचा तैयार करना था।
इस समिति में कुल सात सदस्य थे और समिति के अध्यक्ष डॉ भीमराव अंबेडकर थे।
प्रारूप समिति ने संविधान का प्रारूप सर्वप्रथम फरवरी 1948 में प्रस्तुत किया तथा दूसरा प्रारूप अक्टूबर 1948 में प्रस्तुत किया इस दौरान 141 समिति की बैठके की गयीं।
संविधान को बनाने में 2 साल 11 महीने तथा 18 दिन लगे। इस दौरान सभा की कुल 11 बैठकें हुई। संविधान 26 नवंबर 1949 को बन कर तैयार हुआ। संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी1950 को हुई।
नोट:- भारत का संविधान बनाने के लिए 69 देशों के सविंधान का अवलोकन किया गया तथा इसके प्रारूप पर 114 दिनों तक विचार किया गया। संविधान के निर्माण में कुल 60 लाख रुपये की लागत आयी।
संविधान का प्रभाव में आना:-
क) भीमराव अंबेडकर ने 4 नवंबर 1948 में संविधान का फाइनल प्रारूप पेश किया। उस पर 5 दिनों तक चर्चा हुई।
ख) दूसरी बार संविधान पर 14 नवंबर 1948 को विचार शुरू हुआ तथा यह चर्चा 17 अक्टूबर 1949 तक चली। इस दौरान 7000 से अधिक संशोधन प्रस्ताव आया। लेकिन 2473 संशोधन पर सभा मे चर्चा हुई।
ग) तीसरी बार 14 नवंबर 1949 को विचार शुरू हुआ तथा 26 नवंबर 1949 को संविधान को अपनाया गया लेकिन पूर्णरुप से 26 जनवरी 1950 को अपनाया।
घ) अपनाये गए संविधान में एक प्रस्तावना, 395 अनुच्छेद व 8 अनुसूचियां थीं।
नोट:- संविधान के लागू होते ही भारत शासन अधिनियम 1935 तथा भारत स्वंतत्रता अधिनियम 1947 समाप्त हो गए।
अगली पोस्ट में हम जानेगे की भारत के संविधान की आलोचना क्यों कि जाती हैं।
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