Rajyo ka punargathan kaise huaa | state reorganisation of india | indian constitution in hindi
Rajyo ka punargathan

अब तक हम सविधान के बारे में जान चुके हैं कि संविधान का निर्माण कैसे हुआ? संविधान सभा का गठन कैसे किया गया? इस संविधान सभा में कौन-कौन सी समितियां थी? भारत के संविधान में कितनी अनुसूचियां हैं? और हमने यह भी देखा कि भारत के संविधान की क्या-क्या विशेषताएं हैं? कल हमने एक नया टॉपिक संघ और राज्य क्षेत्र को शुरू कर चुके थे कल की पोस्ट में हमने देखा कि भारत के स्वतंत्र होने के बाद किस तरह राज्यों के पुनर्गठन भाषा के आधार पर कराने की बातें सामने आयी। उसके लिए सरकार ने कौन-कौन सी समितियां बनाई इसके बारे में हम जान चुके हैं आज की पोस्ट में हम देखेंगे कि 1956 के राज्य पुनर्गठन अधिनियम के बाद भारत में नए राज्य और केंद्र शासित क्षेत्र का निर्माण या गठन कैसे हुआ।

Rajyo ka punargathan kaise huaa| state reorganisation of india | indian constitution in hindi

1956 के बाद बनाए गए नए राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश

अब तक हमने देखा कि राज्य पुनर्गठन अधिनियम 1956 के तहत भारत में 14 राज्य और 6 केंद्र शासित प्रदेशों का गठन किया गया। इसके बारे में हमने पिछली पोस्ट में उन्होंने विस्तार से पढा हैं। आज हम इसके बाद के राज्यों के बारे में जानेंगे।

महाराष्ट्र और गुजरात

1960 में द्विभाषी राज्य बम्बई को दो पृथक राज्य में विभाजित कर दिया गया। मराठी बोलने वाले लोगों को अलग तथा गुजराती बोलने वाले लोगों को अलग कर दिया गया। मराठी बोलने वाले लोगों के क्षेत्र को महाराष्ट्र नाम दिया गया। तथा गुजराती भाषा बोलने वाले लोगों के क्षेत्र को गुजरात नाम दिया गया। इस प्रकार गुजरात भारत संघ का 15 वाँ राज्य बना।

नागालैंड

क) 1963 में नागा पहाड़ियों एवं असम के बहार के क्षेत्र को मिलाकर नागालैंड का गठन किया गया।
ख) नागालैंड के गठन से पहले इसे 1961 में असम के राज्यपाल के नियंत्रण में रखा गया। नागालैंड भारत संघ का 16 वां राज्य बना।

हरियाणा, चंडीगढ़ एवं हिमाचल प्रदेश

क) 1966 में पंजाब राज्य में से भारत संघ के 17 वें राज्य के रूप में हरियाणा एवं केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ का गठन किया गया।
ख) यह गठन शाह आयोग की सिफारिश के आधार पर पंजाबी भाषा बोलने वाले राज्य को पंजाब तथा हिंदी भाषा बोलने वाले क्षेत्र को हरियाणा राज्य के रूप में हुआ।
ग) 1971 में हिमाचल प्रदेश को पूर्ण राज्य का दर्जा दे दिया गया। तथा यह भारत संघ का 18 वां राज्य बना।

मणिपुर, त्रिपुरा एवं मेघालय

1972 में पूर्वोत्तर भारत के राज्यों के नाम और क्षेत्र में व्यापक परिवर्तन देखने को मिला। 1972 में पूर्वोत्तर भारत में मणिपुर को 19 वां राज्य बनाया गया तथा त्रिपुरा को 20 वां राज्य बनाया गया एवं मेघालय को 21 वां राज्य के रूप में भारत में जोड़ दिया गया।

सिक्किम

क) 1947 तक सिक्किम भारत का एक शाही राज्य था जहां चोग्याल का शासन था।
ख) 1947 के बाद भारत सरकार ने सिक्किम के रक्षा, विदेश संचार से संबंधित मामलों का उत्तरदायित्व लिया।
ग) 1975 में संविधान के 36 वें संशोधन के द्वारा सिक्किम को भारत का 22 वां राज्य बनाया गया।

मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश एवं गोवा

क) 1987 में भारत सरकार ने मिजोरम का 23 वें राज्य के रूप में, अरुणाचल प्रदेश का 24वें राज्य के रूप में तथा गोवा का 25 वें राज्य के रूप में गठन किया।
ख) इससे पहले गोवा भारत के केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल था।


छत्तीसगढ़, उत्तराखंड एवं झारखंड

क) 2000 में छत्तीसगढ़ को 26 वें राज्य के रूप में भारत में शामिल किया गया। छत्तीसगढ़ का गठन मध्यप्रदेश से पृथक करके किया गया।
ख) उत्तराखंड को 27 वें राज्य के रूप में भारत में शामिल किया गया तथा इसका गठन उत्तर प्रदेश से अलग करके किया गया।
ग) झारखंड को 28 वें राज्य के रूप में भारत में शामिल किया गया तथा इसका गठन बिहार में से पृथक करके किया गया।

तेलंगाना

वर्ष 2014 में तेलंगाना को आंध्र प्रदेश के भूभाग से अलग करके भारत के 29 वे राज्य के रूप में भारत संघ में शामिल किया गया। अब तक तेलंगाना भारत संघ का अंतिम गठित राज्य है। जम्मू एंड कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश बनाने के बाद अभी भारत संघ में केवल 28  राज्य  रह गए है।

केंद्र शासित प्रदेशों का गठन

दादर एवं नागर हवेली

क) 1954 से पहले दादर और नागर हवेली पर पुर्तगालियों हवेली पर पुर्तगालियों का शासन था।
ख) 1954 से 1961 तक यहां के लोगों द्वारा शासन चलाया गया।
ग) 1961 में संविधान के 10 वें संशोधन द्वारा इसे भारत संघ के केंद्र शासित प्रदेश के रूप में में गठित किया।


गोवा दमन एवं दीव

1961 में पुलिस कार्रवाई के माध्यम से भारत में इन तीनो को अपने अधिकृत किया। तथा 1962 में 12 वें संविधान संशोधन के माध्यम से केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।

वर्ष 1987 में गोवा को एक पूर्ण राज्य बना दिया गया। इसी तरह दमन और दीव को पृथक को पृथक केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।

पुडुचेरी

पुडुचेरी क्षेत्र पूर्व फ्रांसीसी गठन से संपूर्ण था जिसे भारत में पुदुचेरी, कराईकम जो कि तमिलनाडु में है माहै जो केरला में है तथा यमन जो आंध्र प्रदेश में है।

1954 में इस क्षेत्र को फ्रांस से स्वतंत्र करवाया गया।

संविधान के 14 वें संशोधन के माध्यम से इसे केंद्र शासित प्रदेश बना दिया गया।


नामों में परिवर्तन 

क) उत्तर प्रदेश को पहले संयुक्त संयुक्त राज्य के नाम से जाना जाता था। संयुक्त राज्य का नाम उत्तर प्रदेश प्रदेश 1950 में परिवर्तित किया गया।

ख) 1969 में मद्रास का नाम तमिलनाडु किया गया।

ग) 1973 में मैसूर का नाम कर्नाटक किया गया। इसी वर्ष लाकदिव एवं अमीन देवी का नाम लक्ष्यदीप रखा गया।

घ) 2006 में उत्तरांचल का नाम बदलकर उत्तराखंड कर दिया गया इसी वक्त पांडिचेरी का नाम पांडुचेरी किया गया।

ङ) वर्ष 2011 में उड़ीसा का नाम बदलकर ओडिशा कर दिया गया।


मैं उम्मीद करता हूँ कि आपकी आज का टॉपिक समझ मे आया होगा। पोस्ट के बारे में यदि आपका कोई सुझाव हो तो जरूर मेल करें। यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी हो तो इस पॉट को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।


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